दोस्तों, शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले बुद्धिमान निवेशक सबसे पहले कंपनी और उसके स्टॉक्स के बारें में पूरी रिसर्च करते हैं उसके बाद है वे किसी स्टॉक्स को खरीदते हैं, किसी भी स्टॉक्स की रिसर्च करते समय ही ROE और ROCE देखना होता है, इसके साथ रिसर्चर कंपनी का मार्केट कैप, कर्ज, PE रेसियो, प्रॉफ़िट, सेल्स, फेसवैल्यू और अन्य कई चीजें देखते हैं. जिसके बाद भी ही वे निवेश करते हैं.
इसके विपरीत शेयर मार्केट में किसी कंपनियों के शेयर में नए निवेशक शेयर प्राइस के ग्रोथ को देखकर निवेश करते हैं फिर बाद में अपना पैसा गवां देते है. इस आर्टिकल में हम ROE क्या होता है? ROE Meaning in Stock Market in Hindi ROCE क्या होता है? ROCE Meaning in Hindi और ROE और ROCE में क्या अंतर होता है? जानेंगे.
ROE क्या होता है? What’s ROE in Stock Market
शेयर मार्केट में ROE(Return On Equity) एक फ़ाइनेंशियल रेसियो होता है जो किसी कंपनी की प्रॉफ़िबिलिटी को मापता है. आरओई का कैलकुलेशन किसी कंपनी के एनुअल रिटर्न(नेट इनकम) को उसके कुल शेयरधारकों की इक्विटी के वैल्यू से विभाजित करके की जाती है. जिसे प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है. आरओई को फर्म की डिविडेंड ग्रोथ रेट को उसकी आय प्रतिधारण दर से विभाजित करके भी प्राप्त किया जा सकता है.
ROE Meaning in Hindi
आरओई का मतलब है रिटर्न ऑन इक्विटी. यह किसी कंपनी के फ़ाइनेंशियल प्रदर्शन का एक स्केल है जिसका कैलकुलेशन शेयरधारकों की इक्विटी को नेट इनकम से विभाजित करके की जाती है. आरओई की गणना इस तरह की जाती है.
ROE फार्मूला→ ROE=नेट इनकम/शेयरधारकों की इक्विटी
आरओई की मदद से, आप ये जान सकते हैं:
- कंपनी का प्रदर्शन और लाभ
- कंपनी में निवेश करना कितना प्रॉफिटेबल रहेगा
- कंपनी अपने इक्विटी फ़ाइनेंशिंग को मुनाफ़े में बदलने में कितनी अच्छी है.
शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी का आरओई 20% या उससे अधिक अच्छा माना जाता है और 5% या उससे कम अच्छा नहीं माना जाता. इसके अलावा आरओसीई भी एक महत्वपूर्ण रेसियो होता है जो किसी कंपनी के फंडामेंटल रिसर्च के लिए जरूरी होता है, आइए जानते हैं.
ROCE क्या होता है? What’s ROCE in Stock Market
शेयर मार्केट में ROCE(Return On Capital Employed) भी एक फ़ाइनेंशियल रेसियो होता है, जो यह मापता है कि कोई कंपनी अपनी पूंजी से कितना अच्छा मुनाफा कमाती है. इसे “प्राइमरी रेसियो” के रूप में भी जाना जाता है. यह किसी कंपनी के नेट ऑपरेटिंग की तुलना उसके द्वारा लगाई गई कैपिटल से करता है. आरओसीई दिखाता है कि कोई कंपनी डेब्ट और इक्विटी फ़ाइनेंशिंग सहित अपनी पूंजी से कितना अच्छा मुनाफा कमाती है.
ROCE Meaning in Hindi
आरओसीई का मतलब रिटर्न ऑन कैपिटल इम्प्लॉइड होता है जो की एक फ़ाइनेंशियल रेसियो होता है, जो यह मापता है कि कोई कंपनी अपनी पूंजी से कितना अच्छा मुनाफा कमाती है. बता दें की किसी कंपनी की निवेश संभावनाओं का आकलन करने के लिए निवेशक अक्सर ROCE(Return On Capital Employed) का उपयोग करते हैं. किसी कंपनी की निवेश संभावनाओं का आकलन करने के लिए निवेशक अक्सर आरओसीई का उपयोग करते हैं.
सामान्य नियम में कम से कम मैन्यफैक्चरिंग क्षेत्र में, आरओसीई 25% से अधिक हो सकता है, जबकि खुदरा क्षेत्र में यह आमतौर पर 5% से 15% तक होता है. आरओसीई नकारात्मक हो सकता है, जिसका तात्पर्य नकारात्मक प्रॉफ़िबिलिटी या नेट ऑपरेटिंग लॉस है.
ROCE फार्मूला→ROCE= EBIT(Net Profit+Interest+Tax)/Capital Employed(Total Asset- Current Liability)
ये भी पढ़ें: टॉप 10 एनर्जी स्टॉक्स। Best Energy Sector Stocks in India Hindi
ROE और ROCE में क्या अंतर है?
ROE और ROCE में प्राइमरी अंतर यह है कि जहां आरओसीई मुनाफा पैदा करने की दक्षता को मापने के लिए पूंजी के सभी स्रोतों (ऋण सहित) पर कन्सिडर करता है, वहीं आरओई पूरी तरह से कंपनी की इक्विटी पर फोकस करता है.
ROCE vs ROE in Hindi
पैरामीटर | ROCE | ROE |
---|---|---|
कान्सेप्ट | ROCE मापता है कि कोई कंपनी मुनाफा कमाने के लिए अपनी सारी पूंजी (इक्विटी और ऋण) का कितने प्रभावी ढंग से उपयोग करती है. | यह मूल्यांकन करता है कि कोई कंपनी मुनाफा कमाने के लिए शेयरधारकों की इक्विटी का कितना अच्छा उपयोग करती है. |
कॉम्पोनेन्ट्स | इक्विटी और उधार ली गई पूंजी दोनों पर कंसीडर करता है. | केवल इक्विटी कैपिटल को कंसीडर करता है. |
पर्पज | टोटल कैपिटल इंपोलाइड की दक्षता निर्धारित करने में मदद करता है. | शेयरधारकों के दृष्टिकोण से प्रॉफ़िबिलिटी को मापता है. |
कैल्कुलेसन | ईबीआईटी/ कैपिटल इम्प्लॉइड | नेट इनकम/शेयरहोल्डर्स की इक्विटी |
इंडीकेसन | हाई आरओसीई टोटल कैपिटल के बेहतर मैनेजमेंट को सजेस्ट करता है. | हाई आरओई का तात्पर्य इक्विटी के कुशल उपयोग से है. |
स्वीटिबिलिटी | भारी कर्ज वाली कंपनियों के लिए फायदेमंद | इक्विटी-इंटेनसीव फर्मों के लिए उपयुक्त |
रिस्क | फ़ाइनेंशियल रिस्क को ध्यान में नहीं रखता | एक हाई आरओई हाई फ़ाइनेंशियल रिस्क का संकेत डे सकता है. |
ये भी पढ़ें: टॉप 15 मोनोपॉली स्टॉक्स। Best Monopoly Stocks in India Hindi
निष्कर्ष-
इस आर्टिकल से निष्कर्ष यही निकलता है की आपको आरओई और आरओसीई के बारे में जानकारी मिली इसके साथ दोनों में अंतर को भी हमने जाना. ROE and ROCE Meaning in Hindi में हमने इसके मतलब को भी जाना. आपको ये जानकारी कैसी लगी कमेन्ट करिए, ऐसी ही और जानकारी के लिए हमें फॉलो करिए.
ROE का फुलफॉर्म क्या होता है?
Return On Equity
ROCE का फुलफॉर्म क्या होता है?
Return On Capital Employed
ROE Formula
ROE=नेट इनकम/शेयरधारकों की इक्विटी
ROCE Formula
ROCE= EBIT/Capital Employed
EBIT Earning Before Interest and Taxes