महारत्न कंपनियां-Maharatna Companies in India 2024

Maharatna Companies in India

जब भी PSU Companies की बात आती है तो उसके अंतर्गत आने वाली महारत्न कंपनियों (Maharatna Companies) को Companies Act, अधिनियम, 2013 की धारा 8 (कंपनी अधिनियम, 1956 की पूर्ववर्ती धारा 25) के तहत पंजीकृत किया जाता है. PSU कंपनियों को सेंट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (CPSE) में वर्गीकृत किया गया है. 2010 में, सरकार ने एक उच्च महारत्न श्रेणी की स्थापना की.

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इस आर्टिकल में हम भारत की महारत्न कंपनियों(Maharatna Companies in India Hindi) को जानेंगे इसके साथ महारत्न कंपनियां क्या होती है(What is Maharatna Companies Hindi), भारत में महारत्न कंपनियां कितनी हैं? तो चलिए पहले जानते हैं महारत्न कंपनियां क्या है?

महारत्न कंपनियां क्या होती है? What is Maharatna Companies in Hindi

PSU में सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज़ (सीपीएसई) की वे कंपनियां जिसको सरकार संचालित करती है या फिर जिसमें सरकार की हिस्सेदारी होती है और उन कंपनियों को कोई भी फ़ैसला लेने से पहले सरकार से कोई भी अनुमति लेनी की जरूरत नहीं होती है महारत्न कंपनियां होती है. इस समय भारत में 13 महारत्न कंपनियां हैं.

महारत्न कंपनियों का दर्जा केवल नवरत्न कंपनियों को ही अपग्रेडेशन पर मिलता है. महारत्न कंपनियां, किसी खास गवर्नमेंट प्रोजेक्ट के टोटल वैल्यू का 15% या प्रोजेक्ट्स में 5,000 करोड़ रुपये तक का निवेश कर सकती हैं. महारत्न कंपनियों की लिस्ट में शामिल होने के लिए निम्न मानदंड जरूरत होती है.

  • नवरत्न कंपनियों में शामिल होना चाहिए
  • पिछले 3 सालों में टर्नओवर एवरेज ₹25000 करोड़ से अधिक होना चाहिए
  • पिछले 3 सालों में एनुअल नेटवर्थ ₹15000 करोड़ से अधिक होनी चाहिए
  • साथ में 3 सालों में नेट प्रॉफ़िट ₹5000 करोड़ से अधिक होना चाहिए

Maharatna Companies in India Hindi

विक्की पीडिया के मुताबिक जनवरी 2024 तक महारत्न कंपनियों की संख्या 13 है, जिसमें ऑयल इंडिया लिमिटेड को अभी हाल ही में महारत्न कंपनियों(Maharatna Companies in India) में शामिल किया गया है. जिसके बारे में हम एक-एक करके जानेंगे.

नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड(NTPC)

एनटीपीसी लिमिटेड भारत सरकार की स्वामित्व वाली एक केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम(Central Public Sector Undertaking) है जो विद्युत उत्पादन के साथ अन्य एक्टिविटीज में शामिल है जैसे-डिस्ट्रीब्यूसन, नेचुरल गैस एक्सप्लोरेसन, प्रोडक्सन इत्यादि. कंपनी की शुरुआत 1975 में हुई थी. एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत कंपनी है जिसकी क्षमता 71,594 मेगावाट है, हालांकि कंपनी के पास टोटल नेशनल कैपासिटी का 16% है.

वर्तमान समय में एनटीपीसी हर महीने 25 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन करती है. मई 2010 में भारत की केंद्र सरकार द्वारा एनटीपीसी को महारत्न कंपनियों में शामिल किया गया था, इस समय एनटीपीसी में सरकार की 51.1% हिस्सेदारी है और कंपनी का मार्केट कैप करीब 3 लाख करोड़ रुपए है.

ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड(ONGC)

ONGC भारत सरकार का पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय के स्वामित्व वाली एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है. जिसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा 1956 में की गई थी. यह भारत की सबसे बड़ी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है जो गैस और तेल एक्सप्रोर और प्रड्यूस करती है. यानि कंपनी ऊर्जा, तेल और गैस के क्षेत्र में कार्यरत है.

भारत के क्रूड ऑयल के डॉमेस्टिक प्रोडक्सन का लगभग 70% और नेचुरल गैस का 84% उत्पादन करती है, भारत सरकार ने 2010 में ONGC को महारत्न का दर्जा दिया था. इस समय ONGC में सरकार की 60.41% है और कंपनी का मार्केट कैप करीब 3.13 लाख करोड़ रुपए है.

स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड(SAIL)

SAIL भी एक पब्लिक सेक्टर की कंपनी है जिसकी स्थापना 1954 में हुई थी, कंपनी स्टील प्रोडक्सन का काम करती है . यह सरकार के स्वामित्व वाली सबसे बड़ी मेटल प्रोडक्सन कंपनी है जिसकी प्रोडक्सन कैपासिटी 2025 तक 50 मिलियन टन प्रति वर्ष पहुँचने की उम्मीद है.

कंपनी को सरकार द्वारा 2010 में महारत्न का दर्जा मिल था, इस समय स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड(SAIL) में सरकार की 65% हिस्सेदारी है इस समय कंपनी का मार्केट कैप करीब 50 हजार करोड़ रुपए है.

भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड(BHEL)

BHEL भारत की सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग है जो भारत सरकार के स्वामित्व में पॉवर जेनेरेशन इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर है. कंपनी की शुरुआत 1996 में सरकार द्वारा की गई थी, 2017 के अनुसार भेल का इक्विपमेंट सप्लाइ में टोटल स्थापित पॉवर जेनरेशन कैपासिटी का 55% योगदान था. कंपनी इंडियन रेलवे के लिए इलेक्ट्रिक इंजन और ऑर्ड्नन्स फैक्ट्री बोर्ड के साथ मिलकर डिफेन्स सेक्टर में इंडियन फोर्सेस के लिए सुपर रैपिड गन माउंट और सिमुलेटर जैसे रक्षा उपकरण भी आपूर्ति करती है.

भेल एयरोस्पेस, डिफेन्स, बैटरी मैन्युफैक्चरिंग, सोलर पॉवर, फोर्जिंग, लोकोमोटिव, थर्मल पॉवर स्टेशन, विद्युत उपकरण के क्षेत्र में काम करती है. भेल में गवर्नमेंट की 63.17% स्टेक होल्डिंग है. भारत सरकार ने 2013 में BHEL को महारत्न का दर्जा दिया था. इस समय कंपनी का मार्केट कैप करीब 80 हजार करोड़ रुपए है.

इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड(IOCL)

इंडियन ऑयल पब्लिक सेक्टर की बड़ी कंपनी जो ऑयल और गैस के क्षेत्र मे काम करती है, कंपनी की स्थापना 1959 में हुई थी. फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की लिस्ट में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का 94वां स्थान है. रेवेन्यू और कैपासिटी के हिसाब से यह भारत सरकार की सबसे बड़ी ऑयल प्रड्यूसर कंपनी है.

IOCL को गवर्नमेंट की 51.50% सटेक होल्डिंग है और कंपनी को महारत्न का दर्जा प्राप्त है. इस समय इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है.

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड(HPCL)

हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन पब्लिक सेक्टर की कंपनी है जिसे मिनिस्ट्री ऑफ़ पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस और भारत सरकार द्वारा संचालित किया जाता है. यह ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन की एक सब्सिडियरी कंपनी है जिसकी स्थापना 1952 में हुई थी. कंपनी पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस के क्षेत्र में काम करती है.

2016 में फॉर्च्यून ग्लोबल 500 की लिस्ट में कंपनी का स्थान 367वां था और 2019 में इसे सरकार द्वारा महारत्न का दर्जा दिया गया. इस समय HPCL में गवर्नमेंट की 51.11% स्टेक होल्डिंग हैं और कंपनी का मार्केट कैप 66 हजार करोड़ रुपए है.

कोल इंडिया लिमिटेड(CIL)

कोल इंडिया भारत सरकार और मिनिस्ट्री ऑफ़ कोल के स्वामित्व की एक पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी है जिसकी स्थापना 1975 में हुई थी. यह दुनियाँ की सबसे बड़ी सरकारी कोल प्रड्यूसर कंपनी है और कर्मचारी के मामले में इसका 9वां स्थान है. टोटल कोल प्रोडक्सन में कोल इंडिया 82% कंट्रीब्यूट करता है.

इस समय कोल इंडिया में गवर्नमेंट की 66.13% की हिस्सेदारी है और 2011 में इसे गवर्नमेंट ने महारत्न का दर्जा दिया था. कोल इंडिया का मार्केट कैप 2.5 लाख करोड़ रुपए है.

गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड(GAIL)

GAIL यानि गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड की शुरुआत 1984 में हुई थी, यह सेंट्रल पब्लिक अंडरटेकिंग कंपनी है ऑयल और गैस के क्षेत्र में काम करती है. कंपनी इसके साथ ट्रांसमिसन, पेट्रोकेमिकल, रेन्युबल एनर्जी, सोलर और विंड के क्षेत्र में भी काम करती है.

गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड में गवर्नमेंट की 51.8% स्टेक होल्डिंग है और 2013 में इसे सरकार द्वारा महारत्न का दर्जा दिया गया. इस समय GAIL का मार्केट कैप 1.10 लाख करोड़ रुपए से अधिक है.

भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड(BPCL)

BPCL भारत सरकार की स्वामित्व की सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी है जिसकी शुरुआत 1976 में हुई थी, यह पेट्रोलियम और नेचुरल गैस के काम में लगी हुई है. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन सरकार की 52.98% हिस्सेदारी है. इसके साथ 2017 में कंपनी को महारत्न का दर्जा मिला. इस समय BPCL का मार्केट कैप 1.10 लाख करोड़ रुपए है.

पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड(POWERGRID)

पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड एक सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी है जिसकी स्थापना 1989 में हुई थी, कंपनी ट्रांसमिसन और डिस्ट्रीब्यूसन के क्षेत्र में काम करती है. इंडिया में टोटल पॉवर जनरेटेड कंपनी में पॉवर ग्रिड 50% कंट्रीब्यूट करता है.

पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया को 2019 में सरकार द्वारा महारत्न का दर्जा दिया गया, कंपनी में सरकार की 51.34% हिस्सेदारी है. इसके साथ इस समय पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया का मार्केट कैप 2.38 लाख करोड़ रुपए है.

पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन(PFC)

पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड भारत सरकार की स्वामित्व वाली सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी है जिसकी शुरुआत 1986 में हुई थी, कंपनी इंडियन पॉवर सेक्टर फाइनेंशियल बैकबॉन है यानि कंपनी पॉवर सेक्टर में फाइनेंस का काम करती है.

पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन में गवर्नमेंट की 52.63% हिस्सेदारी है, इसे 2021 में महारत्न का दर्जा दिया गया, इस समय पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड का मार्केट कैप 1.45 लाख करोड़ रुपए है.

रूरल इलेक्ट्रिफ़िकेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड(REC)

आरईसी लिमिटेड, पूर्व में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड, जिसकी पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड होल्डिंग कंपनी है, जो बदले में भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के स्वामित्व में है. यह पूरे भारत में पॉवर प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करती है और बढ़ावा देती है.

कंपनी सेंट्रल पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग है जिसे भारत सरकार संचालित करती है, इसमें गवर्नमेंट की 52.63% स्टेक होल्डिंग है, कंपनी को 2022 में महारत्न का दर्जा मिला. इस समय आरईसी लिमिटेड का मार्केट कैप 1.30 लाख करोड़ रुपए है.

ऑयल इंडिया लिमिटेड(OIL)

ऑयल इंडिया लिमिटेड भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन सरकारी स्वामित्व वाली भारत की एक बड़ी तेल एवं गैस कंपनी है इसकी स्थापना 1959 में हुई थी, कंपनी कच्चे तेल एवं प्राकृतिक गैस की रिसर्च, डेवलपमेंट तथा उत्पादन, कच्चे तेल के परिवहन और तरल पेट्रोलियम गैस के उत्पादन के बिजनेस में लगी हुई है.

ऑयल इंडिया लिमिटेड में सरकार की 56.66% हिस्सेदारी है, कंपनी को हाल ही अगस्त 2023 में महारत्न का दर्जा मिला है, इसके साथ ऑयल इंडिया लिमिटेड का मार्केट कैप 45.75 हजार करोड़ रुपए है.

ये भी पढ़ें: टॉप 20 PSU कंपनियां। Top PSU Companies in India

List of Maharatna Companies in India Hindi

  • नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन लिमी.
  • ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमि.
  • स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमि.
  • भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमि.
  • इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमि.
  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमि.
  • कोल इंडिया लिमि.
  • गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमि.
  • भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमि.
  • पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमि.
  • पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमी.
  • रूरल इलेक्ट्रिफ़िकेशन कॉर्पोरेशन लिमि.
  • ऑयल इंडिया लिमि.

Maharatna Companies in India

  • NTPC
  • ONGC
  • SAIL
  • BHEL
  • IOCL
  • HPCL
  • CIL
  • GAIL
  • BPCL
  • POWERGRID
  • PFC
  • REC
  • OIL

ये भी पढ़ें: टॉप 10 सेमीकंडक्टर कंपनियां। Semiconductor Companies in India

निष्कर्ष-

भारत में 13 महारत्न कंपनियां है जिसमें ऑयल इंडिया लिमिटेड को अभी हाल ही में शामिल किया गया, इस आर्टिकल में हमने भारत की महारत्न कंपनियां। Maharatna Companies in India के बारे में जाना, यदि आपको इस लेख से कुछ जानकारी मिली हो तो हमें फॉलो करें.

ये भी पढ़ें: भारत की मिनीरत्न कंपनियां। Miniratna Companies in India 2024

How Many Maharatna Companies in India

13

सबसे नई महारत्न कंपनी कौन सी है?

ऑयल इंडिया लिमिटेड(OIL)

भारत में कितनी महारत्न कंपनियां है?

13

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